शायरा, लेखिका और पत्रकार. लोग लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी कहते हैं.
उर्दू, हिन्दी, इंग्लिश और पंजाबी में लेखन. दूरदर्शन केन्द्र और देश के प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों में कई साल तक सेवाएं दीं. अनेक साप्ताहिक समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं का सम्पादन किया. ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन केन्द्र से समय-समय पर कार्यक्रमों का प्रसारण. ऑल इंडिया रेडियो और न्यूज़ चैनल के लिए एंकरिंग भी की है. देश-विदेश के विभिन्न समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और समाचार व फीचर्स एजेंसी के लिए लेखन. फ़हम अल क़ुरआन लिखा. सूफ़ीवाद पर 'गंगा-जमुनी संस्कृति के अग्रदूत' नामक एक किताब प्रकाशित. इसके अलावा डिस्कवरी चैनल सहित अन्य टेलीविज़न चैनलों के लिए स्क्रिप्ट लेखन. उत्कृष्ट पत्रकारिता, कुशल संपादन और लेखन के लिए अनेक पुरस्कारों ने सम्मानित. इसके अलावा कवि सम्मेलनों और मुशायरों में भी शिरकत की. कई बरसों तक हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की तालीम ली. फ़िलहाल 'स्टार न्यूज़ एजेंसी' और 'स्टार वेब मीडिया' में समूह संपादक हैं.
अपने बारे में एक शेअर पेश है- नफ़रत, जलन, अदावत दिल में नहीं है मेरे
अख़लाक़ के सांचे में अल्लाह ने ढाला है…
Aakhiri Chahshamba
-
*Dr. Firdaus Khan*Festivals keep our culture and traditions alive. These
are the treasures of happiness. They give us opportunities for happiness.
They ...
अच्छे लोग
-
कई बरस पुरानी बात है. हमारे पास एक फ़ोन आया. फ़ोन करने वाले शख़्स ने दुआ-सलाम
के बाद कहा कि उनके पास हमारी चन्द तहरीरें हैं, जिसे उन्होंने बहुत संभाल कर
र...
Hazrat Ali Alaihissalam
-
Hazrat Ali Alaihissalam said that silence is the best reply to a fool.
Hazrat Ali Alaihissalam said that Not every friend is a true friend.
Hazrat Ali...
झाड़ू की सींकों का घर...
-
जी, हां ये बात बिल्कुल सच है. जो चीज़ हमारे लिए बेकार है, उससे किसी का
आशियाना भी बन सकता है.
बहुत साल पहले की बात है. अक्टूबर का ही महीना था. हमने...
27 सूरह अन नम्ल
-
सूरह अन नम्ल मक्का में नाज़िल हुई और इसकी 93 आयतें हैं.
*अल्लाह के नाम से शुरू, जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है*1. ता सीन. ये
क़ुरआन और रौशन किताब की आयतें...
4 Comments:
सुब्हान अल्लाह...बेहतरीन ग़ज़ल है...
kya gazal kahi hai apne.
बहुत खूब.
बहुत ही उम्दा ग़ज़ल.
दीमक ने चुपके-चुपके वो एलबम ही चाट ली,
महफूज़ जिंदगी का कोई पल नहीं रहा.
ये शेर तो तारीफ के अंदाज़ से बहार है.
ek guzarish hai aapse
computer me urdu likhne ke liye koi asaan tarika ho to zarur bataye
meri Email id
sumit.yaas@gmail.com
Post a Comment