अम्मी बहुत याद आती हैं
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इंसान की असल ज़िन्दगी वही हुआ करती है, जो वो इबादत में गुज़ारता है, मुहब्बत
में गुज़ारता है, ख़िदमत-ए-ख़ल्क में गुज़ारता है.
बचपन से देखा, अम्मी आधी रात में उठ...
4 months ago
2 Comments:
...آپ کو بھی رمضان کی بہت-بہت مبارکباد
क्या बात है फ़िरदौसजी। बहुत ख़ूब। मालिक का करम है जो आप ऐसी मोहतरमा से मुलाक़ात हुई। अदब की दुनिया से आपका रब्त क़ाबिलेतारीफ़ोग़ौर है। हम दोस्त हुए आपके। मिलते रहिएगा। बहुत बहुत शुक्रिया आपका।
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